पिथौरा नगर में 80 बेड कोविड केयर सेंटर प्रारम्भ

लहरौद स्थित एकलव्य स्कूल कोविड केयर सेंटर बनाया गया

रजिंदर खनूजा, पिथौरा| कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए महासमुंद जिले के पिथौरा नगर में भी 80 बेड कोविड केयर सेंटर सोमवार को प्रारम्भ कर दिया गया।ज्ञात हो कि कोई पखवाड़े भर पूर्व ही कलेक्टर के निर्देश पर स्थानीय एस डी एम लहरौद स्थित एकलव्य स्कूल को कोविड अस्पताल बनाने के कार्य में बीएमओ के सहयोग से जुटे थे।

इस सम्बंध में स्थानीय एसडीएम राकेश कुमार गोलछा ने बताया कि रविवार को स्थानीय व्यवसायियों, सामाजिक प्रतिनिधियों के सहयोग से सोमवार को 5 ऑक्सीजन बेड बगैर किसी औपचारिकता के ही प्रारम्भ कर दिया गया है।

कोविड केयर सेंटर में वर्तमान में 6 कंसंट्रेटर ऑक्सीजन मशीन विभिन्न दानदाताओं द्वारा उपलब्ध कराई गई है।इसके अलावा 4 ऑक्सीजन सिलेंडर लगाए गए है जिसे मिला कर अब तक कोविड केयर सेंटर के कुल 80 बेड में 10 बेड ऑक्सीजन युक्त एवम 70 बेड आइसोलेशन के लिए उपलब्ध है।

स्थानीय व्यवसायियों एवम विभिन्न समाजों के द्वारा दिये गए सहयोग से अब स्वास्थ्य अमले एवम प्रशासन के प्रयास सफल होंगे और क्षेत्र अब कोरोना से पीड़ितों को स्थानीय स्तर पर उपचार देने में सक्षम हो गया है।अब गम्भीर पीड़ितों को ही जिला अस्पताल भेजा जाएगा।

मरीजों की भर्ती चालू—डॉ तारा

इधर स्थानीय खण्ड चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि कल ही चार मरीजो को कोविड अस्पताल में भर्ती किया गया है। जहाँ स्थानीय चिकित्सको द्वारा ही उपचार किया जा रहा है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग का पहला लक्ष्य है, मरीजों  की जान बचाना| उसके लिये कोविड अस्पताल में प्रोटोकॉल का तहत अस्पताल में कार्यरत सीमित कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है।

ज्ञात हो कि वर्तमान में अनेक स्वास्थ्य अधिकारी एवम कर्मी कोविड की चपेट में आने के कारण स्वास्थ्य अमले में खासी कमी आ गयी है।

खेल मैदान में कोविड टेस्ट

क्षेत्र में लगातार हो रही कोरोना मौतों से भयभीत क्षेत्रवासी थोड़ी सी परेशानी में भी अपना कोविड टेस्ट करवा कर उपचार प्रारम्भ करवाना चाहते थे।जिसके कारण स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में भारी भीड़ होने से संक्रमण का जोखिम बढ़ गया था।लिहाजा इससे निपटने स्थानीय खेल मैदान में ही कोविड टेस्ट किया जा रहा है।

यहां भी क्षेत्र के अलावा कसडोल , बागबाहरा एवम महासंमुन्द क्षेत्र के लोग भी कोविड जांच हेतु लगातार पहुच रहे हैं,  लिहाजा अब स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में कोविड जांच हेतु एंटीजन किट कम पड़ रहे है।किट के अभाव में प्रतिदिन 200 –250 जांच के बाद जांच रोक दी जाती है।

 अब संक्रमण की दर पहले से कम

खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ तारा अग्रवाल ने बताया कि अब पूर्व की अपेक्षा 10 से 15 फीसदी पाजिटिविटी की दर कम हुई है। इससे अब कोरोना की रफ्तार कम होने के संकेत मिलने लगे हैं।

उन्होंने आम लोगो से अपील की है कि उन्हें कोई लक्षण दिखे तो कोविड जांच अवश्य कराए।यदि पॉजिटिव भी है तो भी टेन्सन न लें और शासकीय अस्पताल के डॉक्टरों से सम्पर्क कर उपचार कराए।

सभी क्षेत्रों के लिए पृथक से होम आइसोलेशन हेतु डॉक्टर नियुक्त है इन डॉक्टरों से उनके जारी मोबाइल नम्बर पर या ग्रामीण स्वास्थ्य कर्मी से सम्पर्क कर उपचार कराए।दवा शासकीय अस्पताल में निःशुल्क दी जा रही है।