प्रतीकात्मक तस्वीर
अम्बिकापुर| 9 बरस की बालिका ने महज इसलिए फांसी लगा ली क्योंकि उसकी दादी ने डांटते हुए उसे तम्बाखू खाने से मना किया था| घटना सरगुजा के सीतापुर थाना इलाके की है|
अक्सर किशोरवय बालक-बालिकाओं के भावनाओं में बहकर आत्मघाती कदम उठाने के कई मामले सामने आते रहे है| दादी से डांट खाने के बाद 9 बरस की बालिका द्वारा फांसी लगा लिए जाने की घटना सोशल मिडिया पर भी चर्चा का विषय बन गया है|
मिली जानकारी के अनुसार सरगुजा के सीतापुर थाना इलाके के भीठवा गाँव में अपने पिता और दादी के साथ रह रही 9 बरस की आकांक्षा को तंबाकू खाने की लत लग गई थी।
शनिवार शाम जब दादी फूलों बाई को इसका पता चला तो उससे इस संबंध में पूछताछ की| तंबाकू खाने की बुरी लत को छोड़ने के लिए कहा और डांटा|
खाना खाने के बाद आकांक्षा अपने कमरे में चली गई| दादी ने सोचा कि वह सोने गई होगी। कुछ देर बाद जब वह खुद सोने के लिए कमरे में पहुंची तो देखा कि उसकी नातिन आकांक्षा का शव फंदे पर लटक रहा है।
इसे देख दादी ने तुरन्त परिजनों और आसपास के लोगों को बुलाया| पुलिस को भी सुचना दी गई। परिजनों ने उसे फंदे से उतरा तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। बहरहाल मामले की जांच जारी है।
उल्लेखनीय है की छत्तीसगढ़ और ओडिशा के कई इलाकों में तम्बाखू से बने गुड़ाखू का उपयोग किया जाता है| इसकी लत इस्तेमाल करने वाले लोगों के छोटे -छोटे बच्चों में भी देखने को आता है|
इधर कोरोना के इस दौर में बच्चे ऑन लाईन पढाई कर रहे है| पढाई की जगह ऑन लाईन गेम के भी शिकार हो रहे है| बिलासपुर संभाग के रायगड जिले में ऑन लाईन गेम की लत के चलते एक छात्र को दोस्त के हाथो जान गंवानी पड़ी|
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