Video:PM मोदी के कार्यकाल पर कांग्रेस ने साधा निशाना,मंत्री चौबे ने कहा असफल पीएम
मंत्रियों ने गिनाई केंद्र सरकार की कमजोरी और नाकामियां

रायपुर | देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दो कार्यकाल के कुल 7 साल 30 मई को पुरे किये। इन 7 सालों में पीएम मोदी और उनकी केंद्र की सरकार पर कांग्रेस ने जमकर निशाना साधा है।
आज कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में प्रदेश के मंत्रियों ने एक साथ मोदी नित सरकार पर जुबानी हमला बोला। कांग्रेस कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में मंत्री रविंद्र चौबे के अलावा मंत्री मोहम्मद अकबर, मंत्री कवासी लखमा, मंत्री डॉ शिव कुमार डहरिया, मंत्री अमरजीत भगत, मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम,प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष गिरीश देवांगन और संचार प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी सहीत प्रमुख प्रवक्तागण मौजूद थे।
सबसे पहले कृषि मंत्री चौबे ने मीडिया को सम्बोधित करते हुए बताया कि देश के नरेंद्र मोदी सरकार ने सात साल तो पूरा कर लिया लेकिन आम जनता के वादे को पूरा करने में ये सरकार पूरी तरह से नाकाम और फिसड्डी साबित हुई है।
मोस्ट फेलुवर पीएम-चौबे
मंत्री चौबे ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा केंद्र को लगाए गए लताड़ को चिन्हित करते हुए कहा कि ये पहली बार है जब देश के प्रधानमंत्री को सुप्रीम कोर्ट शुतुरमुर्ग का तमगा देती है। इससे ऑफ जाहिर हो जाता है कि देश के पीएम ने अब तक कैसा काम किया होगा वो भी इस कोरोना काल में।
‘कृषि और किसान कल्याण’ के वादों में नरेंद्र मोदी और भाजपा वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करना चाहते थे. लेकिन सच यह है कि उनकी नीतियों की वजह से देश का किसान और ग़रीब होता जा रहा है। नतीजा यह है कि लाखों किसान पिछले छह महीनों से दिल्ली की सीमा में ठंड, गर्मी और बरसात झेलते धरने पर बैठे हैं।
यूपीए सरकार की तुलना में मोदी सरकार ने फसलों का समर्थन मूल्य भी बहुत कम बढ़ाया है। उल्टे खाद और कीटनाशक दवाओं की क़ीमतें आसमान छूने लगी हैं। अभी विपक्षी दलों के दबाव में खाद की क़ीमत घटाई लेकिन सब्सिडी देकर खाद कंपनियों को मालामाल करने का इंतज़ाम कर दिया है।
‘नए भारत की बुनियाद’ की बात करने वाले नरेंद्र मोदी जी की स्मार्ट सिटी योजना धराशाई हो रही है। रेलवे, हवाई अड्डे और बंदरगाह तक सब कुछ अडानी और अंबानी के हाथों बेचे जा रहे हैं और सार्वजनिक क्षेत्र की हर इकाई बिकाउ हो गई है।
अब केंद्र सरकार ने आत्म समर्पण कर दिया है और कोरोना से निपटने की पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार पर छोड़ दी है। यहां तक की टीकाकरण का आर्थिक बोझ भी राज्यों में पर मढ़ दिया गया है। उन्होंने कहा कि चुनाव में हर वर्ष दो करोड़ रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन हर वर्ष एक करोड़ लोग बेरोजगार हो रहे हैं। कांग्रेस ने 70 वर्षों में जितना बनाया था वह सब इन सात वर्षों में बेच रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मन की बात तो करते हैं, लेकिन जन की बात करने की उनके पास फूर्सत नहीं है।
मंत्री मोहम्मद अकबर ने पीएम को आंकड़ों में घेरा
वन मंत्री अकबर ने विभिन्न रिपोर्ट और आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि देश में 23 करोड़ सामान्य लोग सात वर्षों में गरीबी रेखा के नीचे चले गए हैं। उन्होंने कहा कि भूखमरी के मामले में 2016 में देश दुनिया में 95वें स्थान पर था, 2019 में यह बढ़कर 102 हो गया है। प्रेस की स्वतंत्रता के मामले में 2018-19 में 138वां स्थान था अब 142वें स्थान पर आ गए हैं। 2018-19 भ्रष्टाचार के मामले में देश का स्थान 81वां था अब 86वें स्थान पर पहुंच गए हैं। केंद्र सरकार की किसान सम्मान निधि योजना की राज्य की राजीव गांधी न्याय योजना से तुलना करते हुए अकबर ने कहा कि हम चार से पांच गुना ज्यादा मदद दे रहे हैं।
सबसे ज़्यादा झूठ बोलने वाला प्रधानमंत्री-लखमा
मंत्री कवासी लखमा की माने तो नरेंद्र मोदी दुनिया में सबसे ज़्यादा झूठ बोलने वाला प्रधानमंत्री है। कोरोना में देश में ऑक्सीजन सप्लाई में फेल रहा है, लेकिन प्रदेश सरकार ने अपने सभी पड़ोसी राज्य को ऑक्सीजन दिया। मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि 70 वर्षों में कांग्रेस की सरकार ने देश में जितना भी कुछ बनाया था, केंद्र की मौजूदा सरकार उसे केवल बेचने का काम कर रही हैै।
देश में महगाई बढ़ी-भगत
मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि मोदी के सात साल फ़्लाप है। इन 7 वर्षो में सभी आवश्यक वस्तुओ के दर के बेताहासा वृ़द्धि हुई दैनिक आवश्यकता की वस्तु से लेकर डीजल पेट्रोल खाद्य सामग्री के दाम इन सात वर्षो में 1 से डेढ़ गुना बढ़ा है। इसके अनुपात में आम आदमी की आय नही बढी जिससे गरीबी बढ़ी।
किसानो के आय में दोगुना बढोतरी की बात झूठी साबित हुई। एक लाख करोड़ का किसानों के लिए राहत पैकेज का अता-पता नहीं देश की जी.डी.पी. में कृषि क्षेत्र का योगदान 30 फीसदी है, फिर भी केन्द्र सरकार ने वर्ष 2021-22 के बजट में खाद की सब्सिडी में 54,417 करोड़ की कटौती की है। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सरकार में आने के पूर्व स्वामीनाथन कमेटी के रिर्पाट को लागू कर किसान की आय में दो गुना बढ़ोतरी करने की बात कही थी परन्तु सरकार मे आने के बाद उसके विपरीत तीन कृषि कानून लाकर किसानो के साथ धोखा किया जिससे किसान व्यथित है। किसानो को खालिस्तानी, आंतकवादी, मुनाफाखोर कहकर भाजपा के लोगो ने अपमानित करने का काम किया है।
Watch Video-