ओडिशा से छत्तीसगढ़ के रास्ते मुंबई पहुंचा 1.80 टन गांजा जब्त

मुंबई | मुंबई पुलिस ने एक अंतरराज्यीय ड्रग्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है, जहां उन्होंने 1.80 टन गांजा जब्त किया, जिसकी कीमत 3.60 करोड़ बताई जा रही है। ओडिशा से छत्तीसगढ़ होते हुए यह गांजा मुंबई पहुंचा लेकिन छत्तीसगढ़ पुलिस को भनक तक नहीं लगी|
संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) मिलिंद भारम्बे ने कहा कि यह सफलता मुंबई पुलिस की अपराध शाखा-सीआईडी की एंटी-नारकोटिक्स सेल द्वारा की गई, जिसकी निगरानी पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह ने की।
भारम्बे ने कहा कि हम इस मामले को हफ्तों से ट्रैक कर रहे थे। निगरानी तकनीकी खुफिया जानकारी और ड्रग पेडलर्स का पालन भी कर रहे थे। ईस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे पर एक ट्रक से यह खेप जब्त की गई और दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है।
1.80 टन गांजा को ट्रक की सतह पर छिपाया गया था, जिसमें नारियल की एक खेप थी। ट्रक आंध्र प्रदेश के रास्ते ओडिशा से आई थी।
पुलिस के अनुसार, 1.80 टन गांजा को ओडिशा के गंजाम जिले से रखा गया था, जहां से इसे मुख्य खरीदारों और आपूर्तिकर्ताओं तक पहुचाना था।
पुलिस आरोपी लक्ष्मीकांत प्रधान और संदीप सातपूते की तलाश कर रही है, जो मौके से फरार हैं।
संदीप सातपुते का भिवंडी इलाके में एक गोडाउन है. वह ठाणे के लुइस वाड़ी इलाके में रहता है और 5 साल से गांजा का व्यापार कर रहा है. बताया जा रहा है कि सातपुते ही मुंबई ठाणे और आसपास के इलाकों में गांजा की सप्लाई करता था. यह गैंग सिर्फ महाराष्ट्र में हर महीने 5 से 6 टन गांजा सप्लाई करता था, जिसमें से 4 टन गांजा हर महीने सिर्फ मुंबई में बेचा जाता था|
ओडिशा से छत्तीसगढ़ होते यह गांजा मुंबई पहुंचा लेकिन छत्तीसगढ़ पुलिस को भनक नहीं लगी|ओडिशा की सरहद पर छत्तीसगढ़ पुलिस ट्रको में छिपा कर लाया जा रहा गांजा बरामद कर चुकी है |