कोरबा : कटघोरा के जंगल में मरा मिला तेंदुआ, मौत करंट से ?
प्रदेश के जंगलों में वन्यजीव शिकार का सिलसिला थम नहीं रहा

कोरबा| छत्तीसगढ़ के जंगलों में वन्यजीव शिकार का सिलसिला थम नहीं रहा है| कोरबा जिले के कटघोरा वनमण्डल के जटगा रेंज रावा सर्किल के जगल में एक तेंदुआ मरा पाया गया| मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम के मुताबिक तेंदुआ की मौत का कारण अभी पूरी तरह से साफ नहीं हो सका है।
जंगली खरगोश, सूअर आदि छोटे जानवरों का करंट से शिकार करते हाथी, भालू, तेंदुआ भी आकर जन गँवा रहे हैं|
दो दिन पहले छत्तीसगढ़ के जशपुर वन मंडल में करंट से तेंदुआ का शिकार करने के मामले में वन विभाग की टीम ने पत्थलगांव के पतराटोली गांव के 4 लोगों को गिरफ्तार किया था।
इस तेंदुआ के कई अंग गायब पाऐ जाने के बाद वन विभाग की टीम ने जांच शुरू की थी, जिसमें करंट प्रवाहित तार की चपेट में आने से तेन्दुए की मौत की बात सामने आई थी।
हालाकि आरोपियों का कहना है कि उन्होंने अपने खेतों में जंगली सूअर और हाथियों के उत्पात से फसल की सुरक्षा के लिए बिजली तार का घेरा लगाया था,जिसमें अचानक तेंदुआ फंस गया।
बता दें कि महासमुंद के पिथोरा में ओडिशा से आये हाथी के दल में से मादा हाथी शिकारी करंट की चपेट में आकर जान गंवा बैठी| इस घटना ने पुरे प्रदेश में हलचल पैदा कर दी थी|
इसी तरह हाल ही में बार नवापारा अभ्यारण्य के जंगलों में लगातार शिकार की घटनाएँ सामने आ चुकी हैं|
प्रदेश के कई इलाकों में करंट का शिकार जंगली जानवर ही नहीं इन्सान भी होने लगे हैं | मामले को दबाने की कोशिश करती है | महासमुंद जिले के बसना थाने में ऐसा ही मामला सामने आ चुका है |
बताया जाता है कि कटघोरा वन मंडल में आए दिन इस तरह की घटनाएँ सामने आ रही हैं जिस पर वन्य जीव पशु प्रेमियों ने सवाल उठाये हैं|