महासमुन्द | मामूली दुर्घटना के एवज में 5 हजार रुपये रिश्वत लेना तुमगांव TI और ASI को महंगा पड़ गया। रिश्वत लेते हुए वीडियो को प्रार्थी ने वायरल कर दिया। ये वीडियो एसपी तक पहुंच गया। फिर क्या था कप्तान ने अपना हंटर चला दिया।
जिले के पुलिस कप्तान प्रफुल्ल कुमार ठाकुर ने तुमगांव के टीआई शरद ताम्रकार और एएसआई विजेंद्र चंदनिहा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर पुलिस लाइन में अटैच कर दिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक गत दिन हाईवे पर तुमगांव पुलिस द्वारा वाहनों को रोक कर एंट्री वसूल की जा रही थी। इस बीच रायपुर के एक ट्रांसपोर्टर के ट्रक से एक कार को हल्की ठोकर लग गयी। ट्रक चालक ने घटना की जानकारी ट्रक मालिक को देकर कानूनी दावपेच से बचने कार मालिक से आपस मे ही समझौता कर लिया।
ट्रक मालिक और कार मालिक के बीच हुआ आपसी समझौता पुलिस को रास नही आया और पुलिस ने ट्रक को थाने में लाकर खड़ा कर दिया। इसके बाद ट्रक छुड़वाने रायपुए टाटीबन्द निवासी कुछ लोग तुमगांव थाना पहुचे थे। वायरल वीडियो के अनुसार तुमगांव पुलिस के थाना प्रभारी से मिलने पहुचे परन्तु उन्होंने ट्रांसपोर्टरों की बात सुनने की बजाय उन्हें बेइज्जत कर अपने केबिन से भगा दिया। इसके बाद एएसआई विजेंद्र चन्दनिहा के द्वारा ट्रक छोड़ने के नाम पर ट्रक ड्राइवर से 10 हजार रुपये रिश्वत की मांग की जा रही थी। परन्तु मामले को निपटाने के सौदा 5 हजार में तय हुआ और 5 हजार लेकर ट्रक छोड़ दिया गया।
ट्रांसपोर्टर के अनुसार उनकी ट्रक गोल्डन महाराष्ट्र ट्रांसपोर्ट नासिक से कोलकाता जा रही थी। इनके अनुसार डीजल के बेतहाशा भाव बढ़ने से ट्रांसपोर्ट व्यवसाय में अब घाटा होने लगा है। ऐसी स्थिति में ट्रांसपोर्ट बन्द करने की नौबत आ गयी है। सरकार द्वारा ट्रांसपोर्टरों को भारी परेशान करने के अलावा रास्ते भर पुलिस अलग उनके पीछे पड़ी रहती है। जिससे देश भर के ट्रांसपोर्टर त्रस्त हो गए है। लिहाजा उक्त घटना में हुए सारे लेन देन का ट्रांसपोर्टर ने वीडियो बना लिया और वीडियो को वायरल कर दिया।
कप्तान की त्वरित कार्यवाही
दूसरी ओर 5 हजार की रिश्वत लेते कैमरे में कैद वायरल वीडियो जब एसपी प्रफुल्ल ठाकुर के पास पहुँचा तो उन्होंने वीडियो देखते ही तत्काल एक्शन लेते हुए थाना प्रभारी शरद ताम्रकार और एएसआई विजेंद्र चन्दनिहा को सस्पेंड कर लाइन अटैच कर दिया।
वायरल वीडियो में एएसआई विजेन्द्र ट्रक ड्राइवर से न केवल 10 हजार की मांग करते देखा जा रहा है बल्कि 10 हजार के बदले रिश्वत में मिले 5 हजार रुपये के नोट भी गिनता नजर आ रहा है ।
महासमुंद पुलिस अधीक्षक द्वारा की गई तत्काल कार्यवाही से आमलोगों में पुलिस के उच्च अधिकारियों के प्रति विश्वास बढ़ा है।
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