कोरोना मरीज ने अस्पताल से भागकर फांसी लगा ली
कोरोना संक्रमितों में हताशा और अवसाद के मामले सामने आने लगे हैं

दुर्ग| छत्तीसगढ़ में बढ़ते कोरोना मौतों के बाद कोरोना संक्रमितों में हताशा और अवसाद के मामले सामने आने लगे हैं| दुर्ग संभाग के बेमेतरा जिले के साजा में एक कोरोना मरीज ने अस्पताल से भागकर फांसी लगा ली|
दुर्ग संभाग में इससे पहले एक कोरोना मरीज ने अस्पताल की मंजिल से कूदकर ख़ुदकुशी कर ली थी|
मिली जानकारी के मुताबिक थान खमरिया के ग्राम बरहा का 32 साल का तखत वर्मा को अस्पताल में भर्ती कराया गया था|
बताया जा रहा है कि तखत अपने पिता के कोरोना संक्रमित होने के बाद इसकी चपेट में आया था| तखत को इलाज के लिए उन्हें साजा कोविड-19 में भर्ती किया गया था|
उसके पिता का इलाज भी कोविड-19 अस्पताल में चल रहा है.
बताया जाता है कि इस अस्पताल में भर्ती कुछ मरीजों की मौत के बाद वह काफी दहशत में आ गया था|
अस्पताल से भागकर वह अपने गाँव के पास नाले के पास एक पेड़ पर फांसी लगा ली|
पुलिस ने पूरी सुरक्षा के साथ लाश को उतार पीएम के लिए भेजा|
बहरहाल पुलिस मर्ग कायम कर कारणों की जांच पड़ताल में जुटी है|
इस घटना ने अस्पतालों में मरीजों की निगरानी पर सवाल खड़े कर दिये हैं|
इसके पहले दुर्ग जिले के जामुल के एक निजी अस्पताल में कोरोना मरीज ने अस्पताल की खिड़की से कूदकर जान दे दी।
कोरोना संक्रमित धमधा के ग्राम पंडरी निवासी ईश्वर विश्वकर्मा नामक ग्रामीण को 11 अप्रैल को जामुल के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
बताया गया कि स्वास्थ्य में लगातार सुधार के बाद भी वो मानसिक रूप से कमजोर होने लगा और अवसाद का शिकार हो गया|
बुधवार आधी रात उसने इमारत से छलांग लगा दी। सिर पर गहरी चोट के कारण उसकी मौके पर ही मौत हो गई।