बलौदाबाजार| बलौदाबाजार पुलिस ने आज नौकरी एवं टेडर दिलाने के नाम पर झांसा देकर 20 करोड़ रूपये की ठगी के आरोपी महिला एवं बाल विकास विभाग सुपरवाइजर मेवा चोपड़ा को गिरफ्तार किया है| वह करीब 5 माह से फरार थी|
पुलिस के अनुसार करीब 2 सौ लोगों से नौकरी के नाम पर 20 करोड़ रुपये की ठगी करने का मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद से मेवा चोपड़ा फरार थी| गिरफ्तारी के डर से भाग कर रायपुर, जगदलपुर, चंडीगढ़, दिल्ली आदि शहरों में छुपकर रह रही थी।
बलौदाबाजार स्थित निवास में आने की सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी करते हुए गिरफ्तार किया| चार जनवरी को पुलिस को सूचना मिली थी कि मेवा चोपड़ा अपने बलौदाबाजार के घर कुछ कागजात लेने आने वाली है| आरोपी महिला मेवा चोपड़ा को न्यायिक रिमांड पर रायपुर जेल भेज दिया गया है।
पुलिस के मुताबिक पूछताछ में मेवा चोपड़ा ने बताया कि वर्ष 2017 से अशोक पाण्डेय उर्फ महेंद्र तिवारी से जान पहचान हुई। मुख्य आरोपी अशोक पाण्डेय अपने आपको मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद में होना तथा महिला एवं बाल विकास विभाग का भी कामकाज देखना एवं संबधित सचिव होना बताया।
नौकरी लगाने की उसकी बातों में आकर उसने रकम उसके अकाउंट पर जमा करती गई| नगद भी लेकर खाते में जमा किये|
मेवा के मुताबिक बलौदाबाजार के कुछ अन्य व्यक्ति भी उसके संपर्क में रहे हैं| हालाकि वह यहाँ कभी नहीं आया|
अशोक पाण्डेय अपने आपको मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद में होना तथा महिला एवं बाल विकास विभाग का भी सचिव होना बताया।
मेवा चोपड़ा की दी गई जानकारियों के आधार पर अशोक पाण्डेय उर्फ महेंद्र तिवारी का पूरा व्योरा जुटाया जा रहा है| ठगी की घटना से जुड़े कई अहम् सुराग भी मिले हैं उसकी भी गिरफ्तारी जल्द हो जाएगी| उसके बेंक खाते को जब्त किया गया है|
This website uses cookies.