जोगी परिवार ने शुरू किया मिशन न्याय यात्रा,मतदाताओं के बीच रेणु और अमित
जोगी परिवार के बगैर होगा मरवाही उपचुनाव

मरवाही | छत्तीसगढ़ में हो रहे मरवाही विधानसभा निर्वाचन का उपचुनाव अलग ही रंग लेने लगा है। यह उपचुनाव अजीत जोगी के निधन से खाली हुई सीट के कारण हो रहा है, लेकिन इस बीच में सबसे बड़ी बात यह है की जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ का एक भी प्रत्याशी चुनावी मैदान में नहीं है।
छत्तीसगढ़ में मरवाही विधानसभा क्षेत्र शुरू से ही अजीत जोगी के परिवार का ही रहा है। इस बार जोगी के निधन के बाद हो रहे उपचुनाव में उनके पुत्र अमित जोगी और उनकी पुत्रवधू ऋचा जोगी को निर्वाचन आयोग ने अयोग्य घोषित कर दिया है, कारण है जाति प्रमाण पत्र का गलत पाया जाना। जिसके चलते अमित और ऋचा का नामांकन पत्र आयोग ने खारिज कर दिया है। इसके बाद मरवाही उप चुनाव में जोगी परिवार का पत्ता ही साफ हो गया है।
निर्वाचन आयोग के द्वारा अमित और ऋचा के नामांकन पत्र को रद्द किए जाने पर जोगी परिवार इसे अपने साथ हुआ अन्याय बता रहा है। जैसे-जैसे मतदान नजदीक आ रहा हैं वैसे-वैसे यह मामला तूल पकड़ता नजर आ रहा है।
कोटा की विधायक और अजीत जोगी की पत्नी रेणु जोगी मरवाही निर्वाचन क्षेत्र में न्याय की गुहार मतदाताओं से लगा रही है। जोगी परिवार ने इसे “मिशन न्याय यात्रा” कहा है। रेणु जोगी कहती है मरवाही चुनाव से जोगी परिवार को भले ही रणनीति के तहत बेदखल कर दिया गया हो, लेकिन अपनी हार नहीं मानेंगे। उन्होंने कहा कि मरवाही विधानसभा में उन सभी मतदाताओं के पास वह जाकर अजीत जोगी पर लिखा हुआ किताब बांटेगी ताकि लोगों को पता चले कि मौजूदा सरकार ने अपनी हार देखते हुए जोगी परिवार को चुनावों से कैसे बेदखल कर दिया है यानी कांग्रेस अपनी हार पचाने में असमर्थ थी इसलिए यह रणनीति उनके द्वारा चली गई है।
इधर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी का मानना है कि उनके पिता और उनसे राजनीतिक बैर किया जा रहा है। जिसे क्षेत्र की जनता भलीभांति पहचान रही है। अमित ने आम मतदाताओं से न्याय यात्रा को सफल बनाने की गुजारिश की है ताकि जोगी परिवार ही नहीं बल्कि मरवाही की जनता को न्याय मिल सके।
19 अक्टूबर को उम्मीदवारों के नाम वापसी की मोहलत खत्म होने के बाद अब मरवाही उपचुनाव में काफी गहमागहमी बढ़ गई है। वोटिंग 3 नवंबर को होगी और नतीजे 10 नवंबर को आएंगे। तब तक सिरमौर का राज मतदाता के दिलो-दिमाग में ही है इसे जानना आसान नहीं है।