कांकेर: भरे बाज़ार नक्सलियों ने डीआरजी सिपाही को गोली मारी
बताया जा रहा है की बाज़ार में मुर्गा लड़ाई चल रही थी इस दौरान यह वारदात हुई

कांकेर| बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित कांकेर जिले में नक्सलियों ने भरे बाजार में डीआरजी सिपाही को गोली मार दी| गोलीबारी की जड़ में आने से एक ग्रामीण भी जख्मी हो गया है| बताया जा रहा है की बाज़ार में मुर्गा लड़ाई चल रही थी इस दौरान यह वारदात हुई| यह सिपाही कभी नक्सल संगठन में था | आत्म समर्पण के बाद उसे सहायक आरक्षक बनाया गया था|
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) सिपाही सुकलुराम दुग्गा सनिवार शाम करीब 4 बजे सालियापाड़ा ग्रामीण बाजार गया था| इसी दौरान हथियारबंद नक्सलियों ने उन्हें गोली मार दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई|
पुलिस के मुताबिक नक्सलियों की गोलीबारी की चपेट में आकर एक ग्रामीण भी जख्मी हो गया है| गोली उसके कंधे में लगी है|
वारदात की सूचना मिलने पर पुलिस दल मौके पर पहुंचा| फरार नक्सलियों को पकड़ने के लिए इलाके में तलाशी अभियान चलाया गया है|
बताया गया कि सुकलुराम दुग्गा कांकेर जिले के कटगांव में सीमा सुरक्षा बल के नए शिविर में तैनात था|
मृतक सिपाही 2007-08 में नक्सली संगठन छोड़कर आत्मसमर्पण किया था| इसके बाद 2013 में उसे सहायक आरक्षक बनाया गया था| वर्ष 2015 में वह आरक्षक बना था|
मूल रूप से कृगालमेस्टी गांव का निवासी डीआरजी सिपाही सुकलुराम दुग्गा वर्तमान में परतापुर क्षेत्र के महलापारा में अपने परिवार के साथ रह रहा था|
बता दें दो दिन पहले बीजापुर में एक बर्खास्त सहायक आरक्षक की हत्या कर दी गई थी | धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया है|
हत्या में नक्सलियों के हाथ होने की बात सामने आई है|
मगर जिले के एसपी कमलोचन कश्यप से इसे आपसी रंजिश बताया था|
पोटेनार का निवासी सोनाराम कुंजाम जंगला के राहत शिविर में रह रहा था|एक साल पहले उसे विभाग ने बर्खास्त किया था| फिलहाल पूरी घटना की जांच की जा रही है|
बीजापुर के इस इलाके में तीन दिनों में 3 लोगों की हत्या की है, जिसमें एक सहायक आरक्षक, एक बर्खास्त सहायक आरक्षक और एक पेटी ठेकेदार शामिल है|