कोरबा| बिलासपुर संभाग के कोरबा जिले के लेमरू थाना इलाके में कोरवा आदिवासी के एक घर के 3 लोगों की हत्या कर दी गई| मृतकों में बाप-बेटी समेत एक रिश्तेदार शामिल है| पहली नजर में पुलिस इसे लेनदेन विवाद के चलते हत्या बता रही है जाँच जारी है|
बताया गया कि मृतक जिस परिवार के घर का मवेशी चराया करता था, उस परिवार के सदस्यों ने ही पत्थर से सिर कुचल कर हत्या कर दी। वैसे पुलिस 4 लोगों को हिरासत में पूछताछ कर रही है।
कोरबा जिला मुख्यालय से 60 किलोमीटर दूर लेमरू थाना के अंतर्गत आने वाले देवपहरी पर्यटन स्थल से लगे बरपानी गांव में रहने वाला पहाड़ी कोरवा आदिवासी झकरी राम अपनी पुत्री ननकीबाई व रिश्तेदार रामकुमार पहाड़ी की चार वर्षीया बेटी सत्यवती बाई के साथ सतरेंगा में रहने वाले संतराम यादव के घर जाने निकला था।
बताया जा रहा है कि काफी समय से झकरी, संतराम के यहां काम करता था।
पुलिस ने जो जानकारी दी है कि उसके अनुसार पैसे के लेन—देन के विवाद को लेकर पत्थर से कुचल कर संतराम यादव, अब्दुल जब्बार, अनिल सारथी, परदेशी राम, अनंतदास व उमा शंकर यादव ने हत्या की घटना को अंजाम दिया है। पुलिस ने चार को हिरासत में ले लिया है, वहीं परदेशी व अनंतदास की तलाश की जा रही है।
एक फरवरी की सुबह सुचना पर पुलिस मौके पर पहुंचे, उस वक्त ननकीबाई जख्मी अवस्था में पड़ी मिली। उसकी सांस उखड़ रही थी, आनन फानन में उसे जिला अस्पताल उपचार के लिए भेजा गया। अस्पताल पहुंचने से पहले ही वह रास्ते में ही दम तोड़ दी। इसलिए उसका भी मरणासन्न बयान नहीं हो सका।
बताया जा रहा है कि कोरवा आदिवासी झकरीराम की पत्नी इस पूरे घटनाक्रम की चश्मदीद गवाह है और वह इस वक्त लापता है।
इधर ग्रामीणों की माने तो यह घटना 30 जनवरी की है और किसी तरह भागकर झकरीराम की पत्नी ने अपनी जान बचाई। मृतक की पुत्री के साथ अनिष्ट की भी आशंका ग्रामीणों ने जताई है।
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