मरवाही उप निर्वाचन में मतदाताओं का दिखा खासा रुझान,केंद्रों में दिखी भीड़
कोरोना गाइडलाइन का सभी केंद्रों में किया गया पालन

मरवाही | मरवाही उप चुनाव में मतदान करने का जोश अभी भी बरकरार है। हालाकि अभी और कुछ समय ही शेष हैं जिसमे शाम 5 बजे मतदान रुक जायेगा। मरवाही विधानसभा उपनिर्वाचन में 3 बजे तक मतदान का प्रतिशत 59.05 दर्ज किया गया।
उपनिर्वाचन के प्रतिशत को देखकर लग रहा है की मतदाताओं ने लोकतंत्र के पर्व में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। सुबह से ही मतदाता घरो से निकलकर अपने अपने मदतदान केंद्र पहुंचे। लगभग सभी केंद्रों में अच्छी खासी भीड़ दिखाई दी। आयोग ने भी मतदाताओं के लिए सभी प्रकार की व्यवस्था मतदान केंद्रों में कर रखी थी।
कोरोना संक्रमण काल को देखते हुए सभी मतदाताओं का थर्मल स्क्रीनिंग के साथ प्रत्येक को मास्क और हैंड ग्लोब्स का वितरण किया गया। उससे पहले सभी के हाथ को भी सेनेटाइज़ किया गया। सभी केंद्रों में दिव्यांग मतदाताओं को बैठने की पूरी व्यवस्था की गई थी। वही सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ख्याल रखा गया था।
उप निर्वाच ने में 10 मतदान केन्रों में EVM ख़राब होने कीशिकायत मिली थी। आयोग ने तत्परता दिखते हुए सभी मशीनों को त्वरित रूप से ठीक कर लिया जिससे मतदाताओं को थोड़ी बहुत परेशानी जरूर हुई लेकिन मतदान में व्यवधान नहीं हुआ।
मरवाही विधानसभा सीट में उपचुनाव के लिए मतदान में कुल मतदाताओं की संख्या 190907 है। जिनमें से पुरूष मतदाताओं की संख्या 93694 और महिला मतदाता की संख्या 97209 है। मरवाही विधानसभा में केवल 04 तृतीय लिंग मतदाता हैं। शाम 5 बजे तक 8 प्रत्याशियों की किस्मत EVM में कैद हो जायेगा। जिसका परिणाम 10 अक्टूबर को आएगा।
आपको बता दें की इस बार मरवाही उप निर्वाचन में भाजपा से डॉ गंभीर सिंह और कांग्रेस से डॉ केके ध्रुव के बीच सीधा मुकाबला है। वहीँ छत्तीसगढ़ निर्माण के बाद ये पहला मौका है जब मरवाही के चुनाव में जोगी परिवार नहीं है। जबकि ये सीट अजीत जोगी के निधन से ही खाली हुई। साल 2001 से 2018 तक हुए विधानसभा चुनाव में अजीत जोगी और उसके बाद एक बार अमित जोगी इस क्षेत्र के विधायक रहे। 2018 में जोगी पार्टी के नवोदय के बाद ये सीट कांग्रेस के बजाय जनता कांग्रेस के पाले में गई लेकिन जोगी परिवार ही इस क्षेत्र के जनप्रतिनिधि रहे। जोगी के बाद अब हो रहे चुनाव में जोगी परिवार नदारद है।