कांग्रेस की झोली में मरवाही सीट,40 हजार से जयादा रिकॉर्ड मतों से मिली जीत
कांग्रेस के 70वें विधायक हुए डॉ.के.के.ध्रुव

मरवाही | छत्तीसगढ़ में मरवाही उप निर्वाचन में कांग्रेस ने रिकॉर्ड मतों से अपनी जीत दर्ज करवाई है। इस जीत के दर्ज होने के बाद अब कांग्रेस के कुल 70 विधायक हो चुके हैं। वर्षों तक मरीजों के नब्ज टटोलने वाले डॉक्टर के के ध्रुव अब विधायक बनकर जनता के नब्ज को टटोलेंगे और उनके सुख दुख का साथी बनेंगे। मरवाही उपचुनाव जितना कांग्रेस के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा था। इस रण क्षेत्र में कांग्रेस ने यही कारण है कि अपनी पूरी शक्ति लगा दी थी,क्योंकि भूपेश बघेल की सरकार के 2 साल हो चुके थे और इन 2 सालों के कार्यों का यह रिपोर्ट कार्ड माना जा रहा था।
आज सुबह 8 बजे से शुरू हुई मतगणना में कांग्रेस ने अपनी बढ़त प्रथम चरण से लेकर 22वें चरण तक बरकरार रखी। मरवाही सीट से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ के के ध्रुव को कुल 83561 मत मिले और वही उनके निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा के प्रत्याशी डॉक्टर गंभीर सिंह को 43364 मतों की संख्या प्राप्त हुई। इस तरह इस उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी डॉ केके ध्रुव 55.89 फ़ीसदी वोट से अपनी जीत हासिल की है। ध्रुव ने सभी प्रत्याशियों की जमानत भी जब्त करवा दी।
आपको बता दें कि मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ को अलग हुए 20 साल हो गए लेकिन यह पहला मौका था जब मरवाही में जोगी परिवार का दखल चुनाव में नहीं था। यदि जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ चुनाव मैदान में होती तो चुनावी रण त्रिकोणीय हो जाता। सबसे बड़ी बात यह है कि जब जब उपचुनाव हुए उस समय सत्तारूढ़ दल ही उस क्षेत्र में अपना विधायक बनाया। ऐसे में मरवाही सीट पर कांग्रेस की जीत को इसी आधार पर देखा जा रहा है यानी साम-दाम-दंड-भेद सभी का उपयोग कर कांग्रेस का 70 वां विधायक निर्वाचित होकर विधानसभा में पहुंचा।
भाजपा ने स्वीकारी हार
इधर कांग्रेस की जीत के बाद भाजपा ने अपनी हार का सारा ठीकरा राज्य सरकार पर ही फोड़ दिया है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने मतगणना के बाद मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि सरकार अपने शासन तंत्र का दुरुपयोग कर अपनी जीत हासिल की है। उन्होंने कहा कि जनता का आशीर्वाद भाजपा को शिरोधार्य है, लेकिन सरकार की नीति रीति और रणनीति पर सवाल तो उठता ही है।
बहरहाल चिकित्सक की नौकरी के बाद अब डॉक्टर के के ध्रुव मरवाही की जनता का प्रतिनिधित्व करेंगे। क्षेत्रीय लोगों को भी अपने विधायक से काफी आस है। अब देखना होगा कि जनता के आस पर के के ध्रुव कितना खरा उतर पाते हैं।