रजिंदर खनूजा, पिथौरा| वन विकास निगम के रवान क्षेत्र में आगजनी से हुई तबाही की जांच गठित कमेटी के अधिकारियों द्वारा की जा रही है। इधर ग्रामीणों के अनुसार जांच में मात्र बल्ली साइज की ही जलने की बात कबूल की जा रही है जबकि अभी भी मौके पर पड़े सागौन के लट्ठे अब वहा से हटाए जा रहे हैं।
इस बाबत रेंजर से मुलाकात नहीं होने पर यहां पदस्थ डिप्टी रेंजर ने बताया कि समाचार प्रकाशन के बाद निगम के एमडी साहब आये थे और जांच के लिए कमेटी गठित किये है।
बार अभ्यारण्य से लगे वन विकास निगम के रवाना परिक्षेत्र में भयंकर आग से कटी जलाऊ एवम सागौन के लट्ठों के जलने की खबर प्रकाशन के बाद निगम के एमडी ने घटना स्थल का दौरा किया। प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार उन्होंने घटना को गम्भीरता से लिया औऱ इसकी जांच हेतु एक कमेटी बनाई है जो कि जांच कर अपनी रिपोर्ट देगी।
लीपापोती के प्रयास ?
इधर ग्रामीण सूत्रों का कहना है कि वन विकास निगम क्षेत्र प्रतिवर्ष नीलाभ हेतु शासकीय तौर पर परिपक्व सागौन पेड़ो को कटवा कर लट्ठे काष्ठागार पहुचाया जाता है और जलाऊ के चट्टे बना दिये जाते है और इन्हें ही नीलाम के दौरान बोली लगा कर बेचा जाता है।
जंगल मे काम करने वाले मजदूरों ने बताया कि अभी पेड़ काट कर जलाऊ और लट्ठे अलग किये जा रहे थे कि अग्नि दुर्घटना हो गयी। चूंकि आग लगातार तीन दिनों तक रौद्र रूप में थी लिहाजा इस आग ने लाखों की जलाऊ एवम सागौन को राख में तब्दील कर दिया।
डीएम स्वयम आये थे-डिप्टी रेंजर
वन विकास निगम में आगजनी के संबंध में वन निगम परिक्षेत्र के डिप्टी रेंजर ईश्वर सिंह ठाकुर ने बताया कि जंगल मे आग की खबर अधिकारियों को दी गयी थी परन्तु मिडिया में आने के बाद ही डीएम क्षेत्र के दौरे पर आए थे।अभी आग पूरी तरह बुझ चुकी है। डीएम द्वारा जांच हेतु एक कमेटी बनाई है जो आगजनी की जांच कर अपनी रिपोर्ट देंगे।
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