महासमुंद: हाथी हमले से ऊंटों -बकरियों की मौत का अंदेशा
सिरपुर पीढ़ी बांध के नीचे तीन ऊंट एवम दो बकरी मृत मिले

रजिंदर खनूजा, पिथौरा| महासमुंद जिले के सिरपुर क्षेत्र में पीढ़ी बांध के नीचे तीन ऊंट एवम दो बकरी मृत पाये गए।ग्रामीणों के अनुसार उक्त प्राणियों को शनिवार रात बघेरा नाला के पास देखे गए हाथी ने ही मारा है। बहरहाल ऊंट एवम बकरी के मालिक खानाबदोश भेड़ चराने वाले घटना के डर से कहीं चले गए है। वन विभाग का एक डिप्टी रेंजर मृत ऊंट एवम बकरियों को जंगल मे तलाशता उनके मालिकों की भी तलाश में जुट गया है।परन्तु वन विकास निगम का क्षेत्र होने के बाद भी समाचार लिखे जाने तक निगम का कोई भी अधिकारी कर्मचारी घटनास्थल नहीं पहुंचा था |
घटना के सम्बंध में सिरपुर क्षेत्र के हाथी भगाओ समिति के अध्यक्ष राधेलाल सिन्हा ने बताया कि रात से एक अकेला नर हाथी क्षेत्र में भटक रहा था।जिसे वन विभाग के कर्मियों के साथ मिल कर समिति ने जंगल की ओर खदेड़ दिया था।परन्तु रविवार की सुबह दैनिक कार्य हेतु ग्राम लहंगर के ग्रामीण ज़ब निकले तब पता चला कि जंगल मे लहंगर के बघर्रा नाला के उपर पीढ़ी बाध जाने के रास्ते में दो ऊंट एवं दो बकरी तथा एक बकरी के बच्चे को मृत अवस्था में लहंगर के ग्रामीणों द्वारा देखा गया है इसे देखने में प्रथम दृष्टया लगता है कि हाथी ने पटक कर मार दिया है।
यह हाथी रात में कोसम नाला सड़क लहंगर गुडरुडीह के बीच देखा गया था।यही हाथी पहुंच कर मार डाला होगा।ऊट के शरीर में दांत का निशान भी है।वही क्षेत्र के कुछ ग्रामीणों ने मृत ऊंट के कुछ दूर एक और ऊँट मृत मिला हैं।अनुमान लगाया जा रहा है कि हाथी इसे खींच कर आगे ले गए होंगे|
इधर वन विकास निगम के क्षेत्र में हाथियों के कथित हमले से मरे ऊंट और बकरियों के मालिक का अब तक पता नहीं चला है।
क्षेत्र के डिप्टी रेंजर श्री चंदेल ने बताया कि घटना वन विकास निगम क्षेत्र की है।परन्तु उन्हें जानकारी मिलते ही वे देखने आए है।उनके सामने दो ऊंट, दो बकरी एवम एक बकरी के बच्चे के शव है।परन्तु इनके मालिक का पता नहीं वे उनकी तलाश कर रहे हैं |
राजस्थान से ऊंट,भेड़ बकरी लेकर आने वालों का डेरा थोड़ी ही दूरी पर था। इन्हें वे खुद जाकर हाथी के विचरण की जानकारी देकर अन्यंत्र जाने के लिए निर्देशित कर चुके थे परन्तु वे नहीं गए।
हाथियों के उत्पात से दहशत
सिरपुर क्षेत्र के किसान एवं ग्रामीण जन दतैल हाथी से परेशान एवं दहशत में है।हाथी भगाओ समिति के अध्यक्ष राधे लाल सिन्हा लहंगर ने शासन से मांग की है कि हाथियों को खदेड़ने की बजाय उनके स्थायी समाधान तत्काल निकाला जाना चाहिए।