कोरिया : कलेक्टर-एसपी ने लिया बांधों का जायजा, दिए निर्देश
राज्य सरकार ने जगतपुर, मुरमा, महाराजपुर जलाशय के निरीक्षण उपरांत पूरी जानकारी मांगी है

बैकुंठपुर । कोरिया जिले में खड़ा बांध फूटने और अन्य जलाशयों में दरारों की ख़बरों के बाद कलेक्टर और एसपी ने बांधों का निरीक्षण किया | बता दें कि राज्य सरकार ने कलेक्टर को जगतपुर, मुरमा, महाराजपुर जलाशय के निरीक्षण उपरांत पूरी जानकारी मांगी है।
कोरिया जिले में खाडा जलाशय के फूटने के 5 दिन बार कलेक्टर उन जलाशय का निरीक्षण करने पहुंचे । कलेक्टर ने दोपहर बाद सबसे पहले जगतपुर जलाशय पहुंचे उन्होनें गेट खोलने के लिए सार्थक प्रयास करने के निर्देश दिए| लीकेज को दुरूस्त करने के लिए कल से ही काम शुरू करने को कहा।
फिर सोनवर्षा का लकडा बांध देखने गए । इसके बाद महाराजपुर जलाशय पहुंचें, जहां दरारें देख कलेक्टर ने प्रभारी एसडीओ एके पांडेय से हाल ही में बने नए बांध में दरारों का कारण पूछा। उन्होने बांध के मेढों पर हरी घास लगाने को कहा, ताकि मिट्टी के कटाव को रोका जा सके।
गौरतलब है कि साढे 6 करोड की लगात से बनाए गए महाराजपुर जलाशय के नाला क्लोजर में वाटरिंग और काम्पेक्शन नहीं होने से ना सिर्फ उसकी मिटटी धंस गई बल्कि मिट्टी के बड़े -बड़े कटाव भी सामने आए थे, बाद में विभाग ने जैसे तैसै सिमेंट की बोरिया में रेत भर उसे फूटने से बचा लिया, परन्तु अब बांध में पानी नहीं भरा जा रहा है।
एसडीएम करे बांधों का निरीक्षण
कलेक्टर ने सभी तहसीलों के एसडीएम से उनके क्षेत्र के बांधों को लेकर निरीक्षण कर प्रतिवेदन देने के निर्देश दिए है। ऐसा पहली बार होगा जब बांधों की जानकारी के लिए राजस्व अमले को लगाया गया है| खाडा जलाशय के फूट जाने के बाद सरकार के निर्देश पर अब प्रशासन खुद इन बांधों की मॉनिटरिंग करने अनुविभाग के एसडीएम को मैदान में उतारा है।
बता दें कि खाडा बांध फूटने के बाद जिलामुख्यालय पहुंचे विभाग के एसी ने कार्यपालन यंत्री को पत्र ना लिखकर सीधे ईएंडएम के एसडीओ को पत्र लिख गेटों को दुरूस्त करने को कहा| एसी ने गेटों की मरम्मत के लिए क्या किया जा सकता है।
जवाब यह मिला ?
जल संसाधन विभाग के अम्बिकापुर स्थित एसी कार्यालय के सूत्रों की मानें तो एसी के पत्र का उत्तर बैकुंठपुर के ईएंडएम विभाग के एसडीओ ने देकर एसी से ही मार्गदर्शन मांगा है। अपने पत्र में एसडीओ ने बताया कि सभी बांध पूर्ण रूप से भरे हुए है, उनके पास सिर्फ दो लिपिक कार्यालय में है, जबकि उनके 3 तकनिकी जानकारों को बैकुंठपुर के जल संसाधन विभाग में अटैच कर लिया है, जबकि दो तकनिकी जानकारों को सुरजपुर में अटैच कर रखा है, ऐसे में उनके द्वारा कैसे कार्य किया जाए, वो खुद मार्गदर्शन दे। पत्र में एसडीओ ने यह भी बताया उनके ईएंडएम विभाग का एक चालू हालत में ट्रक को जल संसाधन विभाग नीलाम कर दिया है, जिसके कारण उनके पास वाहन नहीं है।