मुझे जीने की इच्छा नहीं लिखकर लगा ली फार्मासिस्ट ने फांसी
अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पदस्थ था फार्मासिस्ट

अंबिकापुर। सरगुजा संभाग के अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पदस्थ फार्मासिस्ट राजेंद्र राजवाड़े ने फांसी लगा ख़ुदकुशी कर ली| पुलिस ने मौके से सुसाइड नोट बरामद किया है जिसमें जीने कि इच्छा नहीं का जिक्र किया गया है| इस घटना से उसका पूरा परिवार सदमे में है|
जानकारी के मुताबिक दरिमा थाना क्षेत्र के ग्राम कुनकुरी निवासी राजेंद्र राजवाड़े मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर में फार्मासिस्ट के पद पर कार्यरत था। वह अम्बिकापुर नगर के नमनाकला स्थित वसुंधरा सन सिटी में किराया का घर लेकर अपनी पत्नी व 10 वर्षीय बेटे के साथ रहता था।
बताया जाता है कि बुधवार की दोपहर वह ड्यूटी से लौटने के बाद पत्नी व बेटे के साथ अपने गांव दरिमा पितृपक्ष कार्यक्रम में गया था। शाम को परिवार समेत लौटा था|
रात को वह लैपटॉप में अपने बेटे के साथ बैठकर कुछ फोटोग्राफ्स देख रहा था। कुछ देर बाद पत्नी व बेटा सो गए| इसी बीच वह अचानक कमरे से बाहर बरामदे में निकला और पत्नी के दुपट्टे का फंदा बनाकर फांसी लगा ली|
देर रत पति को कमरे में ना देख बाहर निकली तो बरामदे में पति का शव फांसी के फंदे से लटकते देखा।
सूचना पर गांधीनगर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरु की। पुलिस ने शव को फंदे से उतरवाकर पीएम पश्चात परिजन को सौंप दिया।
क्या लिखा है सुसाइड नोट में
लिखा है कि वह घर छोडक़र जा रहा है उसकी जीने की इच्छा नहीं है इसलिए वह मरना चाहता है। वह अपनी मौत का जिम्मेदार स्वयं है।