मरवाही | मरवाही उपनिर्वाचन में नतीजे के लिए उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। मंगलवार को सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू होगी और माना जा रहा है की दोपहर तक नतीजे भी सामने होंगे।
प्रत्यशियों की परीक्षा की घडी अब समाप्ति की ओर है। 3 नवंबर को हुए मतदान में मरवाही विधानसभा के 77 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। मतदाताओं के रुझान को देखते हुए कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दल इसके नतीजे को चुनौतीपूर्ण मान रहे हैं।
दरअसल भारी संख्या में हुए मतदान को सत्ता के विरोध में माना जाता है, लेकिन प्रदेश में कांग्रेस की सरकार पूर्ण बहुमत के साथ है और सरकार अपना करीब 2 साल का कार्यकाल भी पूरा कर लिया है। ऐसे में कांग्रेस मरवाही से अपनी जीत विकास के कार्य पर सुनिष्चित मान रही है। यदि कांग्रेस मरवाही सीट जितने में कामयाब होती है तो कोई आश्चर्य नहीं है। वहीँ प्रदेश की प्रमुख विपक्षी दल भाजपा भी मरवाही सीट पर अपने जीत की ताल थोक चुकी है। भाजपा का सीधे तौर पर मानना है की मौजूदा भूपेश सरकार 2 साल में केवल जनता को छलने का काम किया है। वादे को दरकिनार करना सरकार को इस क्षेत्र में भारी पड़ेगा।
आपको बता दें कि मरवाही उप चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला तो है। लेकिन इनके अलावा मरवाही सीट में 6 अन्य प्रत्याशियों ने भी अपना भाग्य आजमाया है। ये जरूर है की मतदान के परिणाम को अन्य दल या निर्दलीय प्रत्याशी प्रभावित तो करेंगे। मरवाही उप चुनाव में सबसे बड़ी बात जनता कांग्रेस का प्रत्याशी मैदान में न होना। जोगी कांग्रेस मैदान में होने से ये परिणाम त्रिकोणीय संघर्ष होता और नतीजे में बदलाव की गुंजाइश भी बनती थी। लेकिन जोगी कांग्रेस का नामांकन दाखिल नहीं होने के चलते चुनावी मैदान से बाहर है।
कांग्रेस प्रत्याशी डॉ केके ध्रुव और भाजपा प्रत्याशी डाॅ.गंभीर सिंह के बीच मुकाबला सीधा है। बहरहाल 10 नवंबर का सभी को इन्तेजार है, मरवाही की जनता इन दोनों डॉक्टर में किसे अपना सिरमौर चुनती है।
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