छत्त्तीसगढ़ को भारत बायोटेक ने की कोवैक्सिन की आपूर्ति
देश के 27 शहरों के निजी अस्पतालों को भी मिला वैक्सीन

हैदराबाद / रायपुर | भारत बायोटेक ने भारत सरकार के माध्यम से नौ राज्यों में और संबंधित राज्य सरकारों के माध्यम से 16 राज्यों में कोवैक्सिन भेजा है। कंपनी के सह-संस्थापक और संयुक्त प्रबंध निदेशक सुचित्रा एला ने बुधवार को ट्वीट किया कि आंध्र प्रदेश, असम, दिल्ली, गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और तेलंगाना को भारत सरकार के माध्यम से 8 से 14 जून तक टीकों की आपूर्ति की गई थी।
हैदराबाद स्थित वैक्सीन निमार्ता ने भी इसी अवधि के दौरान 16 राज्यों को आपूर्ति की। इन राज्यों मं असम, बिहार, छत्तीसगढ़, दिल्ली, हरियाणा, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, ओडिशा, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, त्रिपुरा, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल शामिल हैं।
उन्होंने यह भी ट्वीट किया कि 8 से 14 जून तक देश भर के 27 शहरों के निजी अस्पतालों में भी वैक्सीन की खुराक भेजी गई।
इनमें दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बैंगलोर और हैदराबाद शामिल हैं। इस श्रेणी के तहत तेलंगाना और आंध्र के कुल सात शहरों को टीका भेजा गया था।
हालांकि, उन्होंने तीनों श्रेणियों के तहत भेजी गई खुराक की संख्या जैसे विवरण नहीं दिए हैं।
सुचित्रा एला ने ट्वीट किया, “हमारा मिशन आपके कस्बों-शहरों और राज्यों में कोवैक्सिन पहुंचाना है। कृपया अपने नजदीकी सरकारी या निजी अस्पतालों में पंजीकरण और टीकाकरण करें।”
Our mission is to deliver Covaxin to your towns-cities & states. Pls register & vaccinate @ govt or pvt hospitals near you 😷🧼↔️💉🇮🇳🙏🏼 pic.twitter.com/o15ezVw2tS
— suchitra ella (@SuchitraElla) June 16, 2021
कंपनी ने सोमवार को केंद्र और राज्य सरकारों और निजी क्षेत्र के लिए अलग-अलग मूल्य निर्धारण नीति का बचाव किया था।
कंपनी ने बयान में कहा था कि भारत सरकार को 150 रुपये प्रति खुराक पर कोवैक्सिन की आपूर्ति कीमत एक गैर-प्रतिस्पर्धी मूल्य है और स्पष्ट रूप से लंबे समय में टिकाऊ नहीं है। इसलिए निजी बाजारों में अधिक कीमत की आवश्यकता है ताकि लागत के हिस्से की भरपाई की जा सके।
निजी अस्पतालों के लिए 1,200 रुपये प्रति खुराक पर, कोवैक्सिन को विश्व स्तर पर तीसरा महंगा टीका बताया गया है।
भारत बायोटेक ने राज्य सरकारों के लिए कोवैक्सिन की कीमत 600 रुपये प्रति खुराक तय की थी, लेकिन बाद में इसे घटाकर 400 रुपये कर दिया।