कोरोना मरीज़ों को अब लगेगा Tocilizumab इंजेक्शन,CMHO ने जारी की गाइडलाइन
ये इंजेक्शन बाजार में नहीं बल्कि अस्पताल में मिलेंगे

रायपुर। कोरोना संक्रमित मरीजों को अब Tocilizumab इंजेक्शन लगया जायेगा। रायपुर CMHO ने इसके लिए बाकायदा गाइड लाइन भी जारी कर दिया है। यह इसलिए जिससे Tocilizumab इंजेक्शन की कालाबाजारी शहर में न हो सके।
गौरतलब है कि छतीसगढ़ में REMDESIVIR इंजेक्शन को लेकर हुई कालाबाजारी किसी से छुपी नहीं है। प्रशासन के लाख कोशिशों के बावजूद भी रेमडीसीवीर इंजेक्शन के लिए मरीजों के परिजन काफी परेशान रहे। इस दौरान इंजेक्शन की हेराफेरी करने वाले कई लोग गिरफ्तार भी हुए। हालांकि सरकार के हस्तक्षेप के बाद REMDESIVIR इंजेक्शन मरीजों को मिलने लगा था। लेकिन अब रेमडीसीवीर इंजेक्शन को कोरोना के प्रोटोकॉल से भी हटाए जाने की बात भी सुनाई आ रही है।
Tocilizumab इंजेक्शन को अब कोरोना मरीजों के इलाज के लिए कारगार माना जा रहा है। ऐसे में इसकी खुलेआम बिक्री पर ही स्वास्थ्य विभाग ने पहले से ही रोक लगा दी है। Tocilizumab की कालाबाजारी न हो इसके लिए रायपुर जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.मीरा बघेल ने नई गाइडलाइन जारी की है।
CMHO डॉ.मीरा बघेल ने अपने आदेश में साफ तौर पर लिखा है कि कोरोना के ईलाज़ में लगने वाले Tocilizumab इंजेक्शन अब अस्पताल या फिर डॉक्टर को सीधे तौर पर दिए जाएंगे। जिसमें शासकीय अस्पताल,निजी अस्पताल और कोविड़ सेंटर के डॉक्टर इंजेक्शन लगाने की वजह का स्पष्ट उल्लेख करते हुए मरीज़ के नाम, उम्र समेत तमाम मेडिकल रिपोर्ट भी डॉक्टरों को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को देना होगा। ये साड़ी जानकारी उपचार करने वाले डॉक्टर अपने लेटर हेड में देगा। लेटर हेड में डॉक्टर का रजिस्ट्रेशन नंबर एवं स्टाम्प अंकित होन अनिवार्य है।
स्वास्थ्य विभाग ने Tocilizumab इंजेक्शन प्रदाय करने के लिए डॉ. स्मृति देवांगन को नोडल अधिकारी बनाया है। सभी डॉक्टर्स कसे कहा गया है कि Tocilizumab इंजेक्शन की जरुरत को सम्पूर्ण विवरण के साथ नोडल अधिकारी के मोबाइल में वाट्सअप करन होगा। जिसका नोडल अधिकारी द्वारा परीक्षण करने के बाद ही इंजेक्शन दिया जायेगा।