महासमुंद कोविड केयर सेंटर की गंभीर लापरवाही उजागर,लापता मरीज निकला मृत
परिजनों को बताया जा रहा था मरीज है स्वस्थ

राजिंदर खनूजा, महासमुंद | महासमुंद जिला अस्पताल के जीएनएम कोविड केयर सेंटर की गंभीर लापरवाही का मामला उजागर हुआ है। कोविड केयर सेंटर कितने भरोसेमंद हो गए हैं इसका पता महासमुंद जिले की घटना से साफ़ पता लगता है। कोविड सेंटरों में जवाबदेही पूरी तरह से नदारद दिखाई दे रही है। वो इसलिए कि जहां कोविड केयर सेंटर का स्टाफ परिजनों की पूछताछ पर मरीज का हाल चाल स्वस्थ्य बताते रहे, जबकि मरीज की मौत 12 अप्रैल को हो चुकी थी और पुलिस ने शव लावारिस हालत में बेलसोंडा के पास बरामद किया था। किसी तरह से मामला खुला तो पुलिस ने परिजनों को बुलाकर शव की शिनाख्त की गई। मामला सरायपाली ब्लाक के गांव कोदोगुड़ा का है।
जानकारी के मुताबिक कोदोगुड़ा ग्राम के निवासी चमरू सिदार की तबियत अचानक बिगड़ने पर108 एम्बुलेंस की मदद से स्वजनों ने जिला अस्पताल के जीएनएम स्थित कोविड सेंटर भेजा। 10 अप्रैल को चमरू को भर्ती कराया गया था। साथ में कोई भी परिजन जिला अस्पताल नहीं आए थे। लेकिन दूसरे दिन से चमरू की पुत्री व पुत्र शिवचरण हर दिन कोविड हास्पिटल के नंबर पर फोन कर मरीज का नाम बताकर डॉक्टरों से हाल चाल जानते रहे। यहां से सबकुछ अच्छा बताया जाता रहा।
अस्पताल से लापता हुआ मरीज
21 अप्रैल की शाम सरायपाली थाना प्रभारी का फोन परिवार को आया। थाना प्रभारी ने परिजनों को बताया गया कि चमरू सिदार लापता है। लापता की सूचना मिलते ही परिजन पूछताछ करने में लग गए। इसके बाद परिजन महासमुंद सिटी कोतवाली पहुंचे। इस उम्मीद में कोतवाली पहुंचे थे कि उनके लापता पिता मिल गए हैं। लेकिन थाना पहुंचने पर पुलिस ने 12 अप्रैल को बेलसोंडा मारुति शोरूम के पास मिले अज्ञात शव की तस्वीर दिखाई। जिसे देखकर चमरू के पुत्र शिवचरण ने उनके पिता होने की पुष्टि की। इधर तीन दिन जिला अस्पताल के चीरघर में शव को रखने के बाद 15 अप्रैल को चमरू के लावारिस शव का मुक्तिधाम सेवा समिति ने कफन दफन किया था।
मृतक के भतीजे रूपानंद सिदार ने बताया कि 19 अप्रैल तक कोविड केयर के नंबर पर फोन लगाकर पूछा जाता रहा और हर बार वहां का स्टाफ मरीज का कुशलक्षेम होना बताता रहा। लेकिन बाद में चमरू को मृत पाया गया। जो अब तक परिजनों को समझ नहीं आया है।
कोविड अस्पताल प्रभारी को शोकॉस नोटिस
इस पूरे मामले से कोविड अस्पताल की अव्यवस्था का मामला उजागर हुआ है। मामला सामने आने के बाद अब स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अपने अपने जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एनके मंडपे का कहना है कि मामले में प्रभारी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। जांच के बाद कार्रवाई की जायेगी।
लापता लाश का किया अंतिम संस्कार
कोतवाली थाना प्रभारी शेरसिंह बंदे ने बताया कि, 12 अप्रैल को हमने अज्ञात शव मारुति शो रूम के पास बरामद किया था। शिनाख्त न होने पर 15 को शव का अंतिम संस्कार किया गया। 21अप्रैल की शाम को कोविड सेंटर से लापता होने का मेमो आया, जिस पर स्वजनों को सूचना दी गई।