रायपुर | रायपुर में बीते एक सप्ताह से कोरोना संक्रमण की रफ़्तार काफी कम देखी जा रही थी। लेकिन आज फिर रायपुर में एक साथ कोरोना का प्रकोप नजर आया।
राजधानी के माना बाल संप्रेक्षण गृह में 45 बच्चे एक साथ कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। उनके साथ 5 कर्मचारियों का भी रिपोर्ट पॉजिटिव आया है। जिसके बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया। एक साथ एक ही जगह में संक्रमण पाए जाने के बाद बाल संप्रेक्षण गृह को ही आइसोलेशन सेंटर बना दिया गया है। साथ ही कलेक्टर डॉ.एस.भारतीदासन ने माहिला एवं बाल विकास विभाग के अफसरों को यहाँ भेजकर विस्तृत जानकारी ली है।
बताया जा रहा है कि 6 दिन पहले कुछ बच्चो में कोरोना के सिम्टम दिखने के बाद इन बच्चों का सैम्पल टेस्ट करवाया गया,जो पॉजिटिव निकले। इसके बाद उनके सम्पर्क में आये बच्चो और कर्मचारियों का टेस्ट करवाया गया जिसमे तनी बड़ी संख्या में लोग संक्रमित मिले। ऐसे में तुरंत ही सम्प्रेक्षण गृह को ही आइसोलेशन केंद्र में तब्दील कर दिया गया है। वहीं बच्चों के उपचार के लिए 6 नर्स और एक डॉक्टर की ड्यूटी भी लगा दी गई है।
बाल संप्रेक्षण गृह में एक साथ 50 लोग संक्रमित हुए हैं, लेकिन अभी तक सभी की स्थिति स्थिर है। एक साथ इतने बच्चों के पॉजिटिव होने के बाद जिला प्रशासन ने बाल संप्रेक्षण गृह में नए बच्चों के प्रवेश के लिए भी सबसे पहले rt-pcr जांच कराने के निर्देश दिए हैं उसके बाद ही संप्रेक्षण गृह में प्रवेश नए बच्चों को दिया जाने हिदायत दिया है।
स्वास्थ्य विभाग और महिला बाल विकास विभाग की सजगता अब ज्यादा बढ़ गई है। दोनों विभाग के अधिकारी इन सभी बच्चों पर नजर रखे हुए हैं, ताकि इनमें जल्द से जल्द सुधार आ सके।
महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला अधिकारी अशोक पांडेय ने कहा कि ये 6 दिन पुराना केस है । कोरोना गाइड लेने का पालन किया जा रहा है। साथ ही सभी बच्चों और कर्मचारियों की देखभाल भलीभाँती हो रही है। उन्होंने कहा कि अब बाल संप्रेक्षण गृह में हालात चिंताजनक नहीं है।
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