रायपुर | देश के कई हिस्सों के साथ ही छत्तीसगढ़ में भी मौसम ने करवट बदला है। IMD ने मौसम में हुए फ़ेरबल को देखते हुए बारिश की चेतावनी भी जारी की है।
इधर छत्तीसगढ़ के मौसम विभाग के विज्ञानी एच.पी.चन्द्रा ने भी मौसम की जानकारी देते हुए बताया कि एक उत्तर-दक्षिण द्रोणिका पश्चिम विदर्भ से अंदरूनी कर्नाटक होते हुए दक्षिण तमिलनाडु तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है। एक चक्रीय चक्रवाती घेरा पूर्वी मध्य प्रदेश और उसके आसपास 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है। एक द्रोणिका पूर्वी मध्य प्रदेश में स्थित चक्रीय चक्रवाती घेरा से गंगेटिकवेस्ट बंगाल तक 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है। एक चक्रीय चक्रवाती घेरा दक्षिण मध्य महाराष्ट्र और उसके आसपास 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है।
चक्रीय चक्रवाती घेरा का असर प्रदेश में भी पड़ेगा। 30 अप्रैल को प्रदेश के एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना जताई गई है। चंद्रा के अनुसार प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने और अंधड़ चलने की संभावना है। प्रदेश में अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। लेकिन 1 मई से वर्षा का क्षेत्र बढने की सम्भावना भी जताई गई है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने भी 30 अप्रैल और 1 मई को पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और उससे सटे उत्तरी मैदानों पर गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। जिसके तहत कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊपरी इलाकों में अलग-अलग बारिश व बर्फबारी के आसार हैं। वहीं 30 अप्रैल और 1 मई को पंजाब, उत्तर हरियाणा और उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश के समीपवर्ती इलाकों में गरज के साथ तेज हवाएं और बौछारें पड़ने की संभावना विभाग की ओर से व्यक्त की गई है।
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